Environment Studies -Part-13
June 18, 2021

- ISFR-2017 के अनुसार, देश के 14 भू-आकृतिक क्षेत्रों (Physiographic Zones) में क्षेत्रफल की दृष्टि से सर्वाधिक वृक्षावरण है –मध्य उच्च भूमियों का
- लवण सहिष्णु वनस्पति समुदाय जो विश्व के ऐसे उष्णकटिबंधीय एवं उपोष्ण कटिबंधीय अंत:ज्वारीय (Intertidal) क्षेत्रों में पाए जाते हैं, जहां वर्षा का स्तर 1000-3000 मिमी के मध्य एवं ताप का स्तर 26-350C के मध्य हो – मैंग्रोव (Mangrove)
- ISFR-2017 के अनुसार, भारत में मैंग्रोव आवरण विश्व की संपूर्ण मैंग्रोव वनस्पति का है – लगभग 3.3 प्रतिशत
- भारत में सर्वाधिक मैंग्रोव आच्छादित चार राज्य/संघ्ज्ञीय क्षेत्र क्रमश: – पश्चिम बंगाल (2114 वर्ग किमी), गुजरात (1140 वर्ग किमी), अंडमान एवं निकाबार द्वीपसमूह (617 वर्ग किमी) तथा आंध्रप्रदेश (404 वर्ग किमी)
- चार सर्वाधिक मैंग्रोव आच्छादित जिले क्रमश: – दक्षिण चौबीस परगना-प. बंगाल (2084 वर्ग किमी), कच्छ-गुजरात (798 वर्ग किमी), उत्तरी अंडमान-अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह (425 वर्ग किमी) तथा केंद्रपाड़ा-ओडि़शा (197 वर्ग किमी) हैं।
- विश्व में मैंग्रोव का सर्वाधिक क्षेत्र – एशिया में
- उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक वनावरण क्षेत्र वाले जिले – सोनभग्र, खीरी, मिर्जापुर
- उत्तर प्रदेश में न्यूनतम वनावरण क्षेत्र वालेजिले – संत रविदास नगर, मऊ, संत कबीर नगर एवं मैनपुरी
- उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक वनावरण प्रतिशत वाले जिले – सोनभद्र, चंदौली, पीलीभीत
- उत्तर प्रदेश में न्यूनतम वनावरण प्रतिशत वाले जिले – संत रविदास नगर, मैनपुरी, देवरिया
- उत्तर प्रदेश में कुल वनावरण 14.679 वर्ग किमी हैं, जो राज्य के कुल भौगोलिक क्षेत्र का है –09 प्रतिशत
- उत्तर प्रदेश में कुल वृक्षवरण 7.442 वर्ग किमी है, जो राज्य के कुल भौगोलिक क्षेत्र का है –09 प्रतिशत Environment Notes For Prathmik Shikshak Samvida Varg 3
- राज्य में कुल वनावरण एवं वृक्षावरण 22.121 वर्ग किमी है, जो कि राज्य के कुल भौगोलिक क्षेत्र का है –18 प्रतिशत
- वन क्षेत्र के संदर्भ में शीर्ष 3 देश – रूसी संघ, ब्राजील, कनाडा
- सर्वाधिक मैंग्रोव आच्छादित राज्य/संघीय क्षेत्र – पश्चिम बंगाल
- ‘वैश्विक वन संसाधन आकलन’ (GFRA: Global Forest Resources Assessments) के तहत विश्व के वनों एवं उनके प्रबंधन की नियमित निगरानी करता है – संयुक्त राष्ट्र का खाद्य एवं कृषि संगठन(FAO)
- उत्तराखण्ड राज्य के जिस राष्ट्रीय पार्क को वर्ष 2016 में ‘प्रोजेक्स टाइगर परियोजना’ के अंतर्गत सम्मिलित किया गया – राजा जी राष्ट्रीय पार्क
- उत्तराखण्ड के जिस वन्यजीव विहार समूह की स्थिति का पश्चिम से पूर्व की ओर का सही क्रम है, वह है –केदारनाथ-नंदा देवी-बिनसर-अस्कोट
- M-STrIPES शब्द कभी-कभी समाचारों में जिस संदर्भ में देखा जाता है, वह है – बाघ अभ्यारण्यों का रख-रखाव
- हाल ही में कुछ शेरों को गुजरात के उनके प्राकृतिक आवास से जिस एक स्थल पर स्थानांतरित किए जाने का प्रस्ताव हैं, वह है – कुनो पालपुर वन्यजीव अभ्यारणय
- पारिस्थितिक दृष्टिकोण से पूर्वी घाटों और पश्चिमी घाटों के बीच एक अच्छा संपर्क होने के रूप में जिसकामहत्व अधिक है, वह है – सत्यमंगलम बाघ आरक्षित क्षेत्र (सत्यमंगलम टाइगर रिजर्व)
- झारखण्ड सरकार ने राज्य के विभिन्न वन्यजीव अभ्यारण्यों में वन्यजीव प्रबंधनयोजना शुरूकी है – 10 वर्ष की अवधि के लिए
- महुआडांर अभ्यारण्य झारखंड के जिस जिले में है, वह है – लातेहार
- अंतरराष्ट्रीय ‘टाईगर दिवस’ मनायाजाता है – 29 जुलाई को
- भारत के अधिकांश वन्य जीव संरक्षित क्षेत्र घिरे हुए हैं – घने जंगलों से
- भारत में आज ऐसे कितने राष्ट्रीय उद्यान है, जिन्हें देश के वन्य-प्राणियों की सुरक्षा के लिए बनाया गया है– 103
- सरकार की ‘बाघ परियोजना’ का उद्देश्य है – भारतीय बाघ को समाप्त होने से बचाना
- भारतीय टाइगरों को बचाने के लिए प्रोजेक्स टाईगर प्रारंभ किया गया था – वर्ष 1973 में
- भारती का राष्ट्रीय जैविक उद्यान स्थित है – नई दिल्ली में
- भारत में स्थापित पहला राष्ट्रीय उद्यान है – जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान
- राजीव गांधी नेशनल पार्क अवस्थित है – कर्नाटक में
- पेरियार गेम अभ्यारण्य प्रसिद्ध है – जंगली हाथियों के लिए
- बेतला राष्ट्रीय पार्क की स्थापना 1986 में हुई थी– तत्कालीन बिहार (वर्तमान झारखंड) में
- भारत में सबसे बड़ा बाघ आवास पाया जाता है – आंध्रप्रदेश में
- एशियाटिक बब्बर शेर (Asiatic Lion) का निवास कहां है – गिर वन
- केवलादेव घाना राष्ट्रीय उद्यान जिसे पूर्व में भरतपुर पक्षी अभयारण्य के नाम से जाना जाता था, भरतपुर (राजस्थान) में स्थित है। यहां की संरक्षित प्रजाति नहीं है – शेर
- जीवमंडल आरक्षित परिरक्षण क्षेत्र है – आनुवांशिक विभिन्नता के
- भारत सरकार ने अब तक 18 जैवमंडल आरक्षित क्षेत्रस्थापित किए हैं, जिनमें यूनेस्को ने जैवमंडल आरक्षित क्षेत्रों के विश्व संजाल में सम्मिलित किया है – 10 को
- भारत के विभिन्न जैव भंडारों में से जो गारो पहाडि़यों पर फैला हुआ है – नोकरेक
- नंदादेवी जीव मंडल जिस राज्य में स्थित है, वह है – उत्तराखंड
- ‘विश्व धरोहर’ स्थल (वर्ल्ड हैरिटेज साइट) घोषित है – नंदादेवी जैव मंडल आरक्षित क्षेत्र
- भारत के जैव मंडल रिज़र्व की सूवी में हाल ही में (वर्ष 2009 में) जोड़ा गया है – कोल्ड डेजर्ट (शीत रेगिस्तान) को
- राष्ट्रीय उद्यानकी सीमा रेखा परिभाषित होती है – विधान से
- वन्य प्राणी अभ्यारण्य में अनुमति होती है – सीमित जीवीय हस्तक्षेप की
- जिस वर्ग के आरक्षित क्षेत्रों में स्थानीयलोगों को जीवभार एकत्रित करने और उसके उपयोगकी अनुमति नहीं है – राष्ट्रीय उद्यानों में
- जिस राष्ट्रीय उद्यान/अभ्यारण्य को ‘विश्व प्राकृतिक धराहर’ के नाम से जाना जाता है – केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान, भरतपुर
- हाथी परियोजनाशुरू की गई थी – फरवरी, 1992 में
- जंगली गदहों का अभ्यारण्य है – गुजरात में
- एक सींग वाला गैंडा पाया जाता है – काज़ीरंगा
- गैंडे को पुनर्वासित करने का कार्य जिस राष्ट्रीय उद्यान में चल रहा है, वह है – दुधवा राष्ट्रीय उद्यान