Environment Studies -Part-3
June 17, 2021
- कृत्रिम पारिस्थितिक तंत्र है – धान का खेत
- घास स्थल, वन तथा मरूस्थल उदाहरण हैं – स्थलीय पारिस्थितिक तंत्र के
- झील, दियां तथा समुद्र आते हैं – जलीय पारिस्थितिकीय तंत्र में
- किसी निश्चित क्षेत्र में प्राणियों की संख्या की सीमा, जिसे पर्यावरण समर्थन कर सकता है, कहलाती है –वहन क्षमता
- बिना पर्यावरण की रूकावट के प्रजनन की क्षमता कहलाती है – जैविक विभव (Biotic Potential)
- एक पद, जो केवल जीव द्वारा ग्रहण किए गए दिक्स्थान का ही नहीं, बल्कि जीवों के समुदाय में उसकी कार्यत्मक भूमिका का भी वर्णन करता है – पारिस्थितिक कर्मता
- पृथ्वी के सर्वाधिक क्षेत्र पर फैला हुआ पारिस्थितिकी तंत्र है – सामुद्रिक
- पृथ्वी पर विद्यमान जलमंडल (Hydrosphere) में समुद्री जल होता है – लगभग 97 प्रतिशत भाग
- समुद्री जल में सर्वाधिक व्याप्त लवण है – सोडियम क्लोराइड
- पारिस्थितिकी संतुलन बनाए रखने में मदद करता है – वनारोपण, वर्षा जल प्रबंधन तथा जैवमंडल भंडार
- वन्य जीव संरक्षण एवं पर्यावरण में व्याप्त प्रदूषण का निवारण मददगार है – पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने में
- भारत में पारिस्थितिक असंतुलन का एक प्रमुख कारण है – वनोन्मूलन
- वह कार्य जिससे पारिस्थितिक संतुलन बिगड़ता है – वृक्ष काटना
- पारिस्थितिकी तंत्र (Ecosystem) में उच्चतम पोषण स्तर का स्थान प्राप्त है – सर्वाहारी(Omnivoous) को
- पारिस्थितिकी तंत्र का एक जीवीय संघटक नहीं है – वायु
- पारिस्थितिकी निकाय में ऊर्जा का प्राथमिक स्रोत है – सौर ऊर्जा
- पारितंत्र में खाद्य श्रृंखलाओं के संदर्भ में जिस प्राकर के जीव अपघटक जीव कहलाते हैं – कवक, जीवाणु
- अपघटक वे जीव होते हैं, जो अपक्ष्य या सड़न की प्रक्रिया को तेज करते हैं जिससे पुन: चक्रीकरण हो सके – पोषक तत्वों का
- निर्जीव कार्बनिक तत्वों को अकार्बनिक यौगिकों में तोड़ते हैं – अपघटक
- सूक्ष्म जीवों की एक विस्तृत किस्म जैसे फफूंद, जीवाणु, गोलकृमि, प्रोटोजोआ और केंचुआ भूमिका अदा करते हैं – अपघटकों की
- प्राथमिक उपभोक्ता हैं – चींटी तथा हिरण
- किसी खाद्य श्रृंखला में मुख्यत: प्राथमिक उपभोक्ता की श्रेणी में आते हैं – शाकाहारी प्राणी
- अपघटक (decomposer) तथा प्राथमिक उपभोक्ता दोनों की श्रेणी में आती हैं – चींटी
- वे जीवधारी जो अपना भोजन प्राथमिक उत्पादकों (हरे पौधों) से प्राप्त करते हैं, कहलाते हैं – प्राथमिक उपभेक्ता
- खाद्य श्रृंखला (फूड चेन) में मानव हैं – प्राथमिक तथा द्वितीयक उपभोक्ता
- शाक-सब्जियों का सेवन करने पर मनुष्य प्राथमिक उपभोक्ता जबकि मांसभक्षी होने पर श्रेणी में आएगा – द्वितीयक उपभोक्ता की
- समुद्री वातावरण में मुख्य प्राथमिक उत्पादक होते हैं – फाईटोप्लैन्कटॉन्स
- पारिस्थितिक तंत्र के जैविक घटकों में उत्पादक घटक हैं – हरे पौधे
- हरे पौधे सूर्य के प्रकाश का उपयोग करके अपना आहार स्वयं निर्मित करते हैं – प्रकाश संश्लेषण की विधि द्वारा
- प्रथम पोषक स्तर के अंतर्गत आते हैं – हरित पादप
- पौधे हरे रंग के लवक (क्लोरोफिल) की सहायता से करते हैं – प्रकाश संश्लेषण
- जीवित घटकों में शामिल होने के कारण पारिस्थितिक तंत्र से संबंधित हैं – हरे पौधे
- ऐसे पदार्थ जिनके ऑक्सीकरण के पश्चात जीवधायिों को ऊर्जा प्राप्त होती है, कहे जाते हैं –खाद्य(Food)
- जीवों द्वारा ऊर्जा का प्रवाह होता है – एकदिशीय (Unidirectional)
- आहार श्रृंखला का निर्माण करते हैं – घास, बकरी तथा मानव
- जीवभार का पिरामिड, जिस पारिस्थितिक तंत्र में उलट जाता है, वह है – तालाब
- पारिस्थितिकीय तंत्र के विभिन्न स्तरों के प्रति इकाई क्षेत्र में उपस्थित जीवभार के रेखाचित्रीय निरूपण को कहते हैं – जीवभार का पिरामिड
- स्थलीय पारिस्थितिकीय तंत्र में जीवभार का पिरामिड होता है – सीधा (Upright)
- पारिस्थितिकीय तंत्र में DDT का समावेश होने के बाद किस एक जीव में उसका संभवत: अधिकतम सांद्रा प्रदर्शित होगा – सांप
- जब कुछ प्रदूषक आहार श्रृंखला के साथ सांद्रता में बढ़ते जाते हैं और ऊतकों में जमा हो जाते हैं, तो इस घटना को कहते हैं – जैविक आवर्धन (Biomagnification)
- DDT जैसे प्रदूषक होते हैं – जैव अनिम्नीकरणीय (Non biodegradable)
- पारिस्थितिकी मित्र नहीं है – यूकेलिप्टस
- यूकेलिप्टस को उसकी अत्यधिक जल ग्रहण शक्ति के कारण घोषित किया गया है – पर्यावरण शत्रु
- वृक्ष जो पर्यावरणीय संकट माना जाता है – यूकेलिप्टस
- ‘लैन्टिक आवास’ का उदाहरण है – तालाब एवं दलदल
- स्थिर जल के आवास लैन्टिक आवास के अंतर्गत आते हैं, इनके उदाहरण हैं – आर्द्रभूमि, तालाब, झील, जलाशय
- बहते जल के आवास लोटिक (Lotic) आवास कहे जाते हैं, जैसे – नदी
- दो भिन्न समुदायों के बीच का संक्रान्ति क्षेत्र कहलाता है – इकोटोन
- सर्वाधिक स्थायी पारिस्थितिक तंत्र है – महासागर
- सबसे स्थायी पारिस्थितिक तंत्र हैं – समुद्री
- पारिस्थितिक तंत्र में तत्वों के चक्रण को कहते हैं – जैव भू-रासायनिक चक्र
- जल चक्र को ओडम (Odum) ने सम्मिलित किया है – गैसीय चक्र में
- पारिस्थितिकी संतुलन से संबंध नहीं है – औद्योगिक प्रबंधन
- ‘पारिस्थितिकी स्थायी मितव्ययिता है’ – यह जिस आंदोलन का नारा है – चिपको आंदोलन
- नर्मदा नदी के ऊपर बनाई जा रही बहुउद्देशीय बांध परियोजना को रोकने के लिए चलाया गया आंदोलन है – नर्मदा बचाओ आंदोलन
- दक्षिण भारत का पर्यावरण संरक्षण से संबंधित आंदोलन है – एपिका आंदोलन