हरियाणा के वाद्य यन्त्र

Q.-प्रमुख वाद्य यंत्र
Ans.- इकतारा
Q.-राज्य में किस वाद्य यंत्र के एक सिरे पर एक बड़ा तुम्बा लगा होता है
Ans.- इकतारा
Q.- राज्य का वह एकपक्षीय मिट्टी का यन्त्र जिसे दो छोटी
डण्डियों से बजाया जाता है
Ans.- ताशा
Q.-राज्य में सपेरों द्वारा सर्वाधिक प्रयोग में लाए जाने वाला वाद्य यंत्र है
Ans.-बीन
Q.- किस वाद्य यंत्र में खोखली तुम्बी पर दो छोटी लकड़ी की
नालियां लगाई जाती हैं
Ans.- बीन
Q.-राज्य का प्रमुख सारंगी वादक है
Ans.- श्री मुंशीराम जोगी (भिवानी)
Q.-राज्य का अन्य प्रमुख सारंगी वादक है
Ans.- मजीद (शाहपुरा गांव, जीन्द)
Q.- राज्य में कौन.-सा वाद्य यंत्र 60 से.मी. लम्बे एक लकड़ी के
टुकड़े को खोखला करके बनाया जाता है जिस पर चार खुंटे
लगे होते हैं तथा इसे एक धनुष के आकार की तरह के यंत्र से
बजाया जाता है
Ans.- सारंगी
Q.- डमरू यंत्र का बड़ा रूप है
Ans.- डेरू
Q.- राज्य का एक सुषिर वाद्य यंत्र है
Ans.- बीन
Q.- नगाड़े का छोटा रूप कहलाता है
Ans.- झील (इस यंत्र को नगाड़े के बाई ओर रखा जाता है)
Q.- राज्य का प्रसिद्ध बांसुरी वादक
Ans.- बाबा काशीनाथ,
झोरड़नाली गांव, सिरसा(अब निधन हो गया है)
Q.- तार उपकरण जिसमें एक तार लगा होता है जिसे उंगलियों की मदद से बजाया जाता है
Ans.- इकतारा