हरियाणा के सभी गुरूद्वारे

Q.- राज्य का एकमात्र ऐसा गुरुद्वारा जहाँ पर गुरुग्रंथ साहिब व रामायण दोनों का पाठ एक साथ किया जाता है
Ans- टोपियोंवाला गुरुद्वारा, कैथल
Q.- राज्य के किस गुरुद्वारे की स्थापना दसवें सिक्ख गुरु गोविन्द सिंह ने की थी
Ans- कपालमोचन गुरुद्वारा, यमुनानगर
नोट : इस गुरुद्वारे में हथियारों का संग्रहालय स्थित है।
Q.-गुरुद्वारा नीम साहिब स्थित है
Ans- कैथल; स्थापना – गुरु तेग बहादुर
नोट : इस गुरुद्वारे के रूप में मान्यता है कि यहाँ आने से
बीमारियां ठीक हो जाती हैं।
Q.-राज्य के किस जिले में सर्वाधिक गुरुद्वारे हैं
Ans- कैथल
Q.-150 फुट ऊँचे निशान साहिब की स्थापना किस गुरुद्वारे में की गई है
Ans-हिसार। गुरुद्वारा श्री गुरुसिंह सभा
Q.- भागनी युद्ध (1688) के बाद जब गुरु गोविन्द सिंह पोंटा
साहिब से आनन्दपुर साहिब जा रहे थे तो बीच में राज्य के
किस गुरुद्वारे पर रुके थे
Ans- गुरुद्वारा नड्डासाहिब,पंचकूला
Q.-गुरुद्वारा बंगला साहिब स्थित है
Ans- रोहतक
Q.-गुरुद्वारा मंजी साहिब
Ans- कैथल
Q.- गुरुद्वारामंजी साहिब
Ans- करनाल (प्रथम पातशाही)
Q.-राजघाट गुरुद्वारा
Ans- कुरुक्षेत्र
Q.-गुरुद्वारा छठी पातशाही
Ans- कुरुक्षेत्र
Q.-गुरुद्वारा नौंवी पातशाही
Ans- कुरुक्षेत्र
Q.-गुरुद्वारा श्री सिंहसभा
Ans- सोहना, गुरुग्राम
CSS Q.-गुरुद्वारा लाखनमाजरा
Ans-रोहतक
नोट: यहां पर गुरु तेग बहादुर की याद में होल्ला महोत्सव का
आयोजन किया जाता है।
Q.- गुरुद्वारा कपालमोचन
Ans- यमुनानगर
Q.- गुरुद्वारा गुरु दशमेश
Ans- नारनौल
Q.-गुरुद्वारा श्री गुरु सिंहसभा
Ans- नारनौल
Q.-गुरुद्वारा चिल्ला साहिब
Ans-सिरसा
नोट: यहां मुस्लिम फकीरों का मेला भरता है। यहां सिक्खों के
प्रथम गुरु नानक देव जी 40 दिन तक रूके थे।
Q.- संगति साहिब गुरुद्वारा
Ans- अम्बाला
Q.-बादशाही बागगुरुद्वारा
Ans-अम्बाला
नोट: यह गुरुद्वारा 10वें सिक्ख गुरु गोविन्द सिंह से सम्बन्धित है।
प्रसिद्ध वाक्य ‘चिड़ियों संग बाज लड़ाऊं तां गोविन्द सिंह
नाम धराऊं‘ इसी गुरुद्वारे से सम्बन्धित है। इसमें चिड़िया गुरु
गोविन्द सिंह की थी तथा बाज पीर अमीर दीन का था।
Q.- शीशगंज गुरुद्वारा
Ans- अम्बाला
Q.-गुरुद्वारा 3 व 7वीं पादशाही
Ans- कुरुक्षेत्र
Q.-गुरुद्वारा लखनोर साहिब
Ans- अम्बाला
Q.-राज्य में कौन–सा गुरुद्वारा सिक्खों के दसवें गुरु गोविन्द सिंह
जी के माता के जन्म से संबन्धित है
Ans- गुरुद्वारा लखनौर साहिब, अम्बाला
नोट: 10वें गुरु गोविन्द सिंह का यहां ननिहाल था।
Q.-गुरु तेग बहादुर जब शहादत देने जा रहे थे तो 13 दिन रास्ते में
किस गुरुद्वारे में रूके थे
Ans- गुरुद्वारा लाखनमाजरा,रोहतक